सांसद, एथलेटिक्स पी.टी. उषा बनी नरेन्द मोदी अध्ययन केन्द्र की अनुसंधान समिति की सदस्य
भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्षा , राज्यसभा सांसद एवं गोल्डन गर्ल पी.टी. उषा ने नमो केंद्र अनुसंधान समिति में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार किया
नई दिल्ली (सविता योगी): भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्षा, प्रसिद्ध एथलीट और राज्यसभा सांसद पी० टी० उषा ने खेल शिक्षा और अनुसंधान पर नरेन्द्र मोदी अध्ययन केंद्र (नमो केन्द्र) अनुसंधान समिति की सदस्य के रूप में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार किया है।
श्रीमती पी.टी. उषा जिन्हें “भारतीय एथलेटिक्स की गोल्डन गर्ल” के रूप में भी जाना जाता है, कई एशियाई खेलों और एशियाई चैंपियनशिप पदक जीते हैं और 1984 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में अपना स्थान बनाया। वह अर्जुन पुरस्कार और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित भी हैं।
अपनी ख़ुशी व्यक्त करते हुए पी.टी. उषा ने कहा, “मुझे यह जानकर खुशी हुई कि नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र उक्त समिति में मेरे नाम पर विचार किया है। हार्दिक धन्यवाद के साथ, मैं आपका निमंत्रण स्वीकार करने के लिए तैयार हूं।”
नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र के अध्यक्ष प्रोफेसर जसीम मोहम्मद ने श्रीमती पी टी ऊषा जी का फैसले का स्वागत करते हुए कहा, “पी.टी. उषा भारतीय खेलों में एक किंवदंती हैं। उनका अनुभव और ज्ञान खेल शिक्षा के भविष्य के लिए नीतियों और अनुसंधान को आकार देने में अमूल्य होगा। हम उन्हें अपने साथ पाकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं।”
प्रोफेसर जसीम मोहम्मद ने बताया कि इस शोध समिति का गठन खेल शिक्षा और शासन में अनुसंधान, अकादमिक आदान-प्रदान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र और राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय (एनएसयू), इम्फाल के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन (एमओयू) के हिस्से के रूप में किया गया है। इस पहल का उद्देश्य “विकसित भारत 2047” के राष्ट्रीय दृष्टिकोण के साथ तालमेल बिठाते हुए और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) का समर्थन करते हुए भारत को इस क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने में मदद करना है।